राष्ट्रपति का चुनाव भी जनता के द्वारा और उसी समय पर जबकि देश में आम-चुनाव हो रहे हो! ३. अधिकतम 4 पार्टियों के बीच चुनावी संघर्ष! ४. यदि कोई भी दल सदन में निर्धारित बहुमत लाने में विफल रहता है तो सरकार उस दल की बनेगी जिसका राष्ट्रपति चुना गया हो, और वह सरकार राष्ट्रपति प्रणाली की तरह राष्ट्रपति ही चलाएगा, यदि किसी दल को पूर्ण बहुमत मिल जाता है तो वह मौजूदा संसदीय प्रणाली के हिसाब से प्रधानमंत्री के अधीनस्थ सरकार चला सकती है!